अमौर:- प्रखंड क्षेत्र होकर बहने वाली कनकई, महानंदा,परमान, दास व बकरा नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी जारी है। इसके कारण पानी दिन प्रति दिन नए इलाका में पानी फैलता ही जा रहा है। जिससे क्षेत्र की स्थिति गंभीर बनता जा रहा है। स्थिति यह है की बाढ़ का पानी फसल व सड़क को अपने चपेट में लेती ही जा रही है। प्रखंड के दर्जनों गांवों का सड़क संपर्क मुख्यालय से भंग होता जा रहा है। गहराता बाढ़ के संकट के बीच लोग ऊंचे स्थान की तलाश में जुटे। प्रखंड के नितेंद्र, तालबारी, आधांग,आमगाछी, पंचायत में दो दर्जन से अधिक परिवार में पानी घुस गया है। वह सिमालबारी में 1 दर्जन से अधिक घरों को बाढ़ का पानी अपने चपेट में ले लिया है। स्थिति यह है पानी नए इलाकों में फैलता जा रहा है। जगह जगह सड़क पर बहने लगा दो फीट पानी, दहशत
बाढ़ का पानी प्रखंड क्षेत्र के कई ग्रामीण सड़कों को चपेट में लेते हुए अब मुख्य सड़क पर बहने लगा है। वही गरहारा से भौकरि जाने वाली प्रधानमंत्री सड़क पर भी 100 मीटर के दायरा में दो फिट ऊंची पानी बहने लगा है। और बलुवा टोली से बालूगंज प्रधानमंत्री सड़क के ऊपर से भी बह रहा है पानी परिचालन बंद हो गई है। लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है। यदि पानी बढ़ने का सिलसिला जारी रहा तो सोमवार तक इस सड़क पर पैदल आवाजाही बंद हो जाएगा।
वही आमगाछी पंचायत के मुखिया प्रत्याशी विधान कुमार यादव ने जानकारी देते हुए कहा कि यह सड़क अगर ऐसा ही रहा तो इस गांव के लोगो का मुख्यालय से संपर्क भंग हो जाएगा। इससे में लोगों की धीरे धीरे मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। अब लोगों को मुख्यालय से संपर्क टूटने का खतरा मंडराने लगा है। लोग ऊंचे स्थान पर शरण लेने में लगे हैं। स्थानीय ग्रामीण नीरोज़ आलम, अजय कुमार, निजामी आलम, तबरेज आलम, मुनाजिर आलम, तौसीफ आलम सहित दर्जनों लोगों का कहना है कि यहां के लोगों को हर साल इस समस्या का सामना करना पड़ता है।इसके लिए सरकार को कोई ठोस कदम उठाना चाहिए।
अंचलाधिकारी अनुज कुमार ने बताया कि बाढ़ पर प्रशासन पूरी तरह नजर रखे हुए हैं ।बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी से जूझने नहीं दिया जाएगा।
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